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Makar Sankranti 2025 – The Magnificent Global Celebration

Makar Sankranti 2025: एक ग्लोबल उत्सव, कृषि, पतंगबाजी और संस्कृति का संगम

Makar Sankranti 2025 जो सूर्य के मकर (मकर) राशि में प्रवेश करने का दिन होता है, एक ऐसा त्योहार है जिसे भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व शीतकाल के समाप्त होने और नए फसल के आगमन का प्रतीक है। मकर संक्रांति 14 जनवरी को होती है, इस दिन सुबह 9 बजकर 3 मिनट पर भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन को हम धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के साथ मनाते हैं।

भारत के हर कोने में मकर संक्रांति को अपनी-अपनी परंपराओं और तरीकों से मनाया जाता है, लेकिन गुजरात में इस त्योहार का उत्साह कुछ और ही होता है। खासकर अहमदाबाद, वडोदरा और खंभात जैसे शहरों में इस दिन को पतंगबाजी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और स्वादिष्ट भोजन के साथ बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इन शहरों में आयोजित होने वाला पतंग महोत्सव दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है।

Makar Sankranti Ka Religious Aur Scientific Importance

मकर संक्रांति केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि इस दिन का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व भी बहुत गहरा है।

धार्मिक महत्व

मकर संक्रांति को हिंदू कैलेंडर का एक बेहद शुभ दिन माना जाता है। यह दिन उस समय को दर्शाता है जब सूर्य देव अपनी राशि (राशि) बदलते हुए मकर (मकर) राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन को उत्तरायण भी कहा जाता है, जो सूर्य के उत्तर की दिशा में गति करने को दर्शाता है।

  • सूर्य देव की पूजा:
    मकर संक्रांति के दिन लोग सूर्य देव की पूजा करते हैं, उनका आभार व्यक्त करते हैं और अच्छे फसल के लिए आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस दिन सूर्य नमस्कार करने की परंपरा है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
  • दान और सेवा:
    मकर संक्रांति पर दान देना भी एक महत्वपूर्ण परंपरा है। इस दिन लोग खाने-पीने की चीजें, कपड़े और पैसे गरीबों को दान करते हैं। यह माना जाता है कि इस तरह से हम अपने अच्छे दिनों की शुरुआत करते हैं और दूसरों को भी सुख देने का प्रयास करते हैं।

वैज्ञानिक महत्व

Makar Sankranti 2025 को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देखा जाए तो यह एक महत्वपूर्ण दिन होता है। यह दिन विंटर सोल्स्टिस का संकेत है, जब सूर्य अपनी सबसे नीची स्थिति में होता है और फिर उत्तर की दिशा में बढ़ता है। सूर्य की रौशनी जब ज्यादा तीव्र होती है, तो पृथ्वी पर ज्यादा सौर ऊर्जा मिलती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है।

  • सौर ऊर्जा और स्वास्थ्य लाभ:
    मकर संक्रांति के दिन सूर्य की किरणें पूरे पृथ्वी पर अपनी ऊर्जा का प्रसार करती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती हैं। लोग इस दिन ताजगी पाने के लिए सूरज की किरणों में स्नान करते हैं और अपनी ऊर्जा को रिचार्ज करते हैं।
  • मौसम में बदलाव:
    मकर संक्रांति का दिन एक मौसम परिवर्तन का संकेत देता है। सर्दियों का अंत और गर्मियों का आगमन होता है, जिससे लोग बाहर ज्यादा समय बिताने की ओर आकर्षित होते हैं। इस दिन को खुले में पतंगबाजी और अन्य बाहरी गतिविधियों के लिए आदर्श माना जाता है।

Makar Sankranti Celebrations Across India

Happy lohri

North India Mein Makar Sankranti

उत्तर भारत में मकर संक्रांति को लोहड़ी के नाम से जाना जाता है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यहाँ लोग अलाव जलाते हैं, और गाने-बजाने और भांगड़ा करते हैं। गुड़ और तिल के लड्डू भी खासतौर पर खाए जाते हैं क्योंकि ये शरीर को गर्मी प्रदान करते हैं।

पंजाब और हरियाणा में पतंगबाजी:
पंजाब और हरियाणा में भी मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परंपरा है, हालांकि यह गुजरात के मुकाबले छोटे पैमाने पर होता है। लुधियाना और अमृतसर जैसे शहरों में छोटे पतंगबाजी के इवेंट्स होते हैं, जिन्हें लोग बहुत पसंद करते हैं।

South India Mein Makar Sankranti

दक्षिण भारत में मकर संक्रांति को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। यह चार दिन का बड़ा उत्सव होता है, जिसमें सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है और लोग विशेष रूप से पोंगल (sweet rice dish) खाते हैं।

तमिलनाडु और कर्नाटका में पतंगबाजी:
तमिलनाडु और कर्नाटका में मकर संक्रांति को पोंगल के रूप में मनाया जाता है, जो मुख्य रूप से कृषि समुदाय के लिए खास होता है। पश्चिम बंगाल में भी इस दिन को खास महत्व दिया जाता है, जहां लोग विशेष पूजा करते हैं और भोग चढ़ाते हैं।

Gujarat Mein Makar Sankranti Ki Celebrations

गुजरात में Makar Sankranti 2025 का उत्सव खास होता है, जहां पतंगबाजी एक प्रमुख आकर्षण होती है। अहमदाबाद, वडोदरा और खंभात में मकर संक्रांति का उत्सव दुनिया भर से पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है।

अहमदाबाद: पतंगबाजी का केंद्र

अहमदाबाद को उत्तरायण का शहर कहा जाता है। यहाँ मकर संक्रांति पर होने वाला काइट फेस्टिवल पूरी दुनिया में मशहूर है।

फेस्टिवल की तैयारी:
अहमदाबाद में मकर संक्रांति के दिन से कुछ दिन पहले ही पतंग की दुकानों का बाजार सजना शुरू हो जाता है। लोग अपनी पतंग और मांजा (पतंग की डोरी) खरीदने के लिए बाजार जाते हैं। जमलपुर और रायपुर के पतंग बाजार सबसे प्रसिद्ध होते हैं।

रूफटॉप पर पतंगबाजी:
14 जनवरी को अहमदाबाद के हर छत पर पतंगबाजी का जो आनंद लिया जाता है, वह अविस्मरणीय होता है। यहाँ लोग एक-दूसरे से पतंग की लड़ाई करते हैं और एक दूसरे की पतंग काटने की कोशिश करते हैं।

साबरमती रिवरफ्रंट पर पतंगबाजी:
अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर भी पतंगबाजी के आयोजन होते हैं, जहाँ प्रोफेशनल पतंगबाज अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। यह स्थान अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन स्थल बन चुका है। 2025 में रिवरफ्रंट पर इंटरनेशनल पतंग महोत्सव 11 जान से 14 जान तक मनाया जा रहा है।

वडोदरा: नवलखी ग्राउंड काइट फेस्टिवल

वडोदरा में भी मकर संक्रांति का उत्सव खास होता है। नवलखी ग्राउंड पर एक भव्य पतंग महोत्सव आयोजित किया जाता है, जो 2025 में और भी बड़ा होने की उम्मीद है।

नवलखी ग्राउंड पतंग उत्सव:
वडोदरा में यह उत्सव बड़े पैमाने पर आयोजित होता है, जहाँ लोग पतंगबाजी के प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं। इस महोत्सव में दुनिया भर से प्रोफेशनल पतंगबाज भाग लेते हैं। 2025 में यह उत्सव Jan 12 को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा।

खंभात: दरीयायी उत्तरायण – बीचसाइड काइट फेस्टिवल

खंभात को दरीयायी उत्तरायण के नाम से जाना जाता है। यहाँ समुद्र के किनारे पतंगबाजी का अनोखा अनुभव होता है। यह 14 Jan के बाद आने वाले पहले संडे(Sunday) को मनाया जाता है।

बीचसाइड उत्सव:
खंभात की बीच पर पतंग उड़ाना एक अलग ही अनुभव होता है। यहाँ की ठंडी हवा और शांत वातावरण पतंगबाजी को और भी खास बना देते हैं।

लोक संगीत और डांडिया:
खंभात में पतंगबाजी के साथ-साथ लोक संगीत और डांडिया नृत्य भी होते हैं, जो मकर संक्रांति की खुशी को और बढ़ा देते हैं।

Post-Makar Sankranti Celebrations in Gujarat

मकर संक्रांति के बाद भी गुजरात में कई सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजन होते रहते हैं।

मकर संक्रांति मेला

इस दिन के बाद गुजरात में मकर संक्रांति मेलों का आयोजन होता है, जहाँ लोग हस्तशिल्प, पारंपरिक कपड़े और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ खरीदने के लिए जाते हैं।

दान और सामुदायिक समारोह

मकर संक्रांति के बाद विभिन्न स्थानीय समुदाय दान और सेवा कार्यों का आयोजन करते हैं, जहाँ गरीबों को खाने और कपड़े दिए जाते हैं।

 

मकर संक्रांति 2025 – एक वैश्विक उत्सव

Makar Sankranti 2025 जो वडोदरा, अहमदाबाद और खंभात में जो पतंग उत्सव आयोजित होंगे, वे दुनिया भर के लोगों को अपनी ओर खींच लेंगे। यह सिर्फ एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं है, बल्कि एक वैश्विक घटना बन चुकी है, जहाँ हर कोई अपनी पतंगबाजी की कला को प्रदर्शित करने का मौका पाता है।

चाहे वह अहमदाबाद का रूफटॉप पतंग उत्सव हो, वडोदरा का नवलखी ग्राउंड काइट फेस्टिवल हो या खंभात का दरीयायी उत्तरायण – मकर संक्रांति गुजरात में एक अविस्मरणीय अनुभव होती है।

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